Wednesday, May 9, 2012

हसीन पलों को यूं रखें तरोताजा

पं. महेश शर्मा

यह सच है कि समय गुजरने के साथ व्यक्ति शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक रूप से बदलने लगता है। यदि वह बदलाव सामान्य है तब तो ठीक है, नही ंतो ऐसा लगता है जैसे कि आपसी संबंधों की मिठास धीरे धीरे कम होने लगी है।

सुखद जिंदगी के लिए जरूरी है कि जिंदगी के इस खूबसूरत रिश्ते पर पड़ी धूल को हटाए जाएं। रिश्तांे को पुनर्जिवित करना जरूरी होता है, क्योंकि ऐसा करने से आपका प्यार हमेशा जिंदा रहता है और आप अपने संबंधों में हर रोज ताजगी का अहसास करते हैं। इस बात को संभव बनाने के लिए आपको चाहिए कि कुछ बातों का हर वक्त ख्याल रखें।

परवाह करें

दांपत्य रिश्ता एक ऐसा रिश्ता है, जिसमें पति पत्नी जब एक साथ होते हैं तो एक दूसरे की अहमियत का अहसास नहीं होता। जब साथ ठूटता है तो उस क्षति को भरना असंभव होता है। तो क्यों न रिश्ते की अहमियत हमेशा समझी जाए, क्यों न समय समय पर इस अहसास को जगाया जाए। क्यों न जीवनसाथी को कभी कभी इस बात का अहसास करवाया जाए कि हां, मुझे अब भी तुम्हारी परवाह है। इसका गणित बहुत सुलझा हुआ है। सीधे साधे तरीके कभी आजमाकर देखें तो लगेगा कि ये तो कितना सरल है। इसके लिए सबसे बेहतर यह है कि आपको अपने मन में प्यार का जो ख्याल उभरकर आये उसे आजमा कर देखें। आपको उसी में जिंदगी का आनंद मिलेगा।

कंजूसी नहीं बरतें

हर इंसान चाहता है कि कोई उसकी तारीपफ करे। ये चीज उम्र की गुलाम नहीं होती। किसी भी उम्र के स्त्री या पुरुष को अपनी प्रशंसा सुनना अच्छा लगता है। उसे सुनना तो और सुकून भरा हो जब जीवनसाथी एक दूसरे की तारीफ कर रहे हों। और जब ऐसा करने से खुशियां मिलती है तो इसमें कंजूसी नहीं करनी चाहिए।

छू मंतर कहिए गिले शिकवे को

यह जरूरी है कि आप दोनों अपने साथ शिकायतों की पोटली लेकर न रहें। और न ही कामों की लिस्ट और उलाहनों की लंबी सूची साथ रखें। बल्कि साथ ले जाएं अपनी कुछ पुरानी मधुर यादें और भविष्य की योजनाएं, जिन पर बात कर आप दोनों को अच्छा लगे। वैसे भी जिंदगी के प्रति ये सकारात्मक नजरिया बहुत कुछ देती है। यह ठीक है कि हरेक की व्यक्तिगत रुचि, पसंद नापसंद अलग होती है, पर एक दूसरे की पसंद और रुचियों का ध्यान जरूर रखें।
गिफ्ट

याद रखें कि नजदीकी और प्यार भरा स्पर्श रिश्तों को दुबारा से जीवित करते है।  इसलिए इसे अहमियत देने के साथ साथ कभी कभी अपनी पत्नी या पति को उसकी पसंद का कोई उपहार भी दें। उपहार का मूल्य महत्वपूर्ण नहीं होता, उससे जुड़े जज्बात मायने रखते हैं। प्यार में दिया गया एक छोटा सा गुलाब, पेन या जरूरत की कोई चीज भी महत्वपूर्ण होती है।

गहरा करें प्यार के रंग

प्यार का रिश्ता एक अनमोल व खूबसूरत रिश्ता है। इसकी अहमियत को समझने की जरूरत होती है। इसमें संदेह नहीं कि शादी के बाद जिम्मेदारियों के बोझ तले आपका प्यार ही कहीं खो जाता है, लेकिन आप दोनों को एक दूसरे की जरूरत हैं। इसलिए हर मोड़ पर एक-दूसरे का भागीदार बनें ताकि जिंदगी की दोस्ती का यह रंग और भी गहराता जाए और फिर कभी  आपके मन में ऐसा ख्याल नहीं आये कि आपको गुनगुनाना पड़े कहां गए वो दिन।

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