Friday, February 18, 2011

प्यार न होने दें कम (Let love be not less)


डीके मिश्र
प्यार की डोर मजबूत बनी रहे, ऐसा हर कोई चाहता है। यदि आपके रिश्ते में प्यार की गहराई है तो कोई बात नहीं, लेकिन आपको लगता है कि इसमें कहीं कोई कमी है तो आपको इस बंधन को मजबूत बनाए रखने के लिए और ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। भले ही क्यों न आपका प्यार जिंदगी भर का है और आप अपनी जिंदगी में खुशहाल हैं।

ऐसा इसलिए कि किसी भी रिश्ते की बुनियाद प्यार और विश्वास पर टिकी होती है। अगर आप किसी का हाथ थामते हैं या थामने का वादा करते हैं, तो उसे निभाना भी सीखना चाहिए। सवाल यह है कि प्यार की डोर किस तरह मजबूत बनी रहे, जिससे हमेशा के लिए वैलेंटाइन-डे वाली अनुभूति बनी रहे। आप चाहती हैं कि आपके रिश्ते की उम्र लंबी होे, तो इन बातों पर गौर करें।


अनकंडीशनल सपोर्ट:
 क्या कभी आपने सोचा है कि जीवन में कइयों से दोस्ती होती है, मगर उनमें से सिर्फ एक ही को हम क्यों पसंद आते हैं! सात फेरे के साथ जिंदगी की डोर उसी एक के हाथ में क्यों सौंप देते हैं! क्योंकि वही एक होता है, जो आपको समझाता है। आपकी कद्र करता है। तभी तो आप उसे प्यार करने के लिए बाध्य हो जाते हैं। तो फिर उस खास व्यक्ति को हर परिस्थिति में साथ देने का वादा भी तो करना ही पड़ेगा। जब भी कोई सिचुएशन आये उनकी परेशानियों को शांत मन से सुनें और जितना बन सके उनकी मदद करें।

सम्मान करना सीखें:
किसी भी रिश्ते में सम्मान व आदर का होना बेहद जरूरी होता है। एक-दूसरे के जज्बातों और भावनाओं का आदर करेंगे, तभी आप एक-दूसरे के करीब रह पाएंगे।

तालमेल:
प्यार में एडजस्टमेंट की भी थोड़ी बहुत गुंजाइश होनी चाहिए। परिस्थिति के अनुसार खुद में भी बदलाव लाने की कोशिश करनी चाहिए। जरूरत पड़ने पर हालात से समझौता भी करें। मगर अपने पार्टनर की तुलना किसी और के साथ न करें। ऐसा कर आप अपने रिश्ते को कमजोर बनाने का काम करती हैं।

विश्वास:
रिश्तों में विश्वास का होना भी जरूरी है। यह वह कड़ी है, जो आजीवन रिश्ते की नींव को डगमगाने नहीं देती। जिस रिश्ते में विश्वास नहीं होता है, वहां ईमानदारी व सपोर्ट की भी गुंजाइश नहीं बचती है। परिस्थिति चाहे जैसे भी हो, एक-दूसरे के प्रति ईमानदार होना जरूरी है, तभी आप एक खुशहाल जिंदगी जी सकती हैं।

गुड कम्युनिकेशन:
वर्तमान में समय की कमी के कारण पति पत्नी के बीच कम्युनिकेशन बहुत कम होता जा रहा है। रिश्तों में आ रही दूरियों के लिए एक वजह यह भी है। अगर आप भी ऐसे ही लोगों की लिस्ट में शामिल हैं, तो जल्द से जल्द इस कम्युनिकेशन गैप को खत्म करें।

सच बोलना सीखें:
प्यार के रिश्ते में झूठ की कोई जगह नहीं होती। झूठ की नींव पर खड़े रिश्ते ज्यादा दिन तक नहीं चलते। याद रखिए कि सामने वाले को आप सच्ची बात बताकर अपने आपको समझने का मौका देते हैं। जो आपको जीवन के हर मोड़ पर आगे बढ़ने का हौसला देता है। रिश्ते में पारदर्शिता होगी, तभी वह सफल भी होगा।

समर्पण:
प्यार का बुनियादी आधार है समर्पण। अगर आप किसी के प्रति समर्पित हैं, तो वह आपको एक न एक दिन प्यार करेगा। इसलिए प्यार के इस बुनियादी आधार समर्पण की कीमत समझिए।

तारीफ कीजिए:
आपके पार्टनर में जो भी अच्छाइयां हैं, उनकी प्रशंसा करना भी सीखिए। कमियों को कुरेदने के बजाय अच्छाइयों पर गौर करेंगी, तो सब कुछ अच्छा ही लगेगा। माफ करना भी सीखिए। गलती चाहे जिस किसी की भी हो, एक-दूसरे को माफ करना भी सीखें। पुरानी बातों को भुला कर आगे बढ़े।

प्राथमिकता दें:
शादी जैसे रिश्ते पर हमेशा वर्क करने की जरूरत होती है। यह नहीं कि शादी हो गई, तो लापरवाह हो जाएं। रिश्तों में प्रगाढ़ता तभी बनी रहेगी, जब आप अपने पार्टनर को प्राथमिकता देंगी। उनकी हर जरूरतों का ख्याल रखेंगी।

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